Environment

पर्यावरण के क्षेत्र में अभिकल्प एवं नवप्रवर्तन की सम्भावनाएं-

आज हम ऐसे युग में रहते है जहाँ पर ग्लोबल वार्मिंग का खतरा बढ़ता जा रहा है और ग्रीन सिटी या कन्ट्री और दुनिया की कल्पना की जा रही है। हमारा प्रयास है कि पर्यावरण समस्याओं से सम्बन्धित किसी भी समस्याओं को किस प्रकार इनोवेटिव तरीके से समाधान किया जा सके।
उदाहरण स्वरूप – खेत में उत्पादन के उपरान्त बीज के संग्रह के बाद जो पौधो के अवशेष बचते हैं उनको जला दिया जाता है! क्या हम उन्हे रिसाइकिल का कोई उत्पाद बनाकर प्रयोग कर सकते है? डम्पिंग सिस्टम मे रिसाइकिल होने वाले डम्प को अलग एकत्र कर सुधार कर सकतेे है? ट्रांसपोर्ट सिस्टम में पेट्रोल डीजल के विकल्प वाले वाहनों का संवहन और उन्नत तकनीक द्वारा अच्छे वाहनों के उत्पाद में जोर देकर कम कार्बन डाई आक्साइड के कम उत्सर्जन से भी पर्यावरण को बचा सकते हैं या कोई भी अन्य उपाय जो हमारी धरती पर आने वाली हमारी नई जनरेशन के लिए बेहतर बन सकंे। इन सभी व अन्य पर्यावरणीय सम्बन्धित समस्याओं को यदि हम अपने नए विचारों एवं कार्यो द्वारा करने का प्रयास करें तो हमें सार्थक सामाजिक सफलता मिल सकती है।

पर्यावरण विषय पर आज की जो भी समस्याएँ है उन पर काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के किसी भी छात्र, कर्मचारी, शिक्षक आदि से बहुआयामी सुझावों सहित समस्याओं का समाधान करने की अनूठी पहल के लिए डिजाइन इनोवेशन सेन्टर प्रोजेक्ट आमन्त्रित करता है। इसके साथ ही साथ स्वास्थ्य समस्याओं को समाधान करने के लिए किसी एक व्यक्ति के सक्षम न हो पाने पर एक पूरी टीम बनाने के लिए सुझाव तथा अन्य रूप से भी मदद एवं यदि वह विचार अच्छा है और सम्बन्धित समस्या के लिए विशेषज्ञ की जरूरत है तो वह भी उपलब्ध कराने में इस केन्द्र से मदद मिलेगी।
डिजाइन इनोवेशन सेन्टर का ध्येय है कि किसी भी प्रकार की उपरोक्त समस्या के लिए एक पूरी टीम की तरह कार्य किया जाय यद्यपि हम डाक्टर या चिकित्सा विशेषज्ञ नहीं फिर भी हम अपने इनोवेटिव विचारों से अपनी सशक्त भागीदारी समाज को और बेहतर बनाने के लिए कर सकते हैं। डिजाइन इनोवेशन सेन्टर इस प्रकार के प्रोजेक्ट के लिए आर्थिक, व्यावहारिक एवं अकादमिक सहयोग देगा प्रोजेक्ट बनाने का उद्देश्य इस स्तर का होना चाहिए कि इसे इण्डस्ट्री तक ले जाया जा सके एवं पेटेन्ट भी कराया जा सके।
कृपया इस विषय पर प्रोजेक्ट जमा करने के लिए क्प्ब् वेबसाइट के थ्।फ काॅलम पर क्लिक करें एवं सैम्पल प्राजेक्ट के आधार पर आनलाइन फार्म भरें। इन प्रोजेक्टस को आप पूरे वार्षिक सत्र के दौरान कभी भी जमा कर सकते है। प्रत्येक माह के अन्तिम सप्ताह में जमा हुए प्रोजेक्टस पर निर्णय लिया जाता है।